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लेखनी कहानी -29-Jan-2024

शीर्षक वक्त एक सा नहीं रहता



राज और उसका छोटा भाई अपने गाओ में रहता था और दोनो गाओ के स्कूल से पढ़ते थे और राज आगे की कक्षा में था और उसका छोटा भाई एक कक्षा पीछे था।

राज अपनी कक्षा में पढ़ाई में थोड़ा गब्दु था और उसका छोटा भाई तेज था और राज को पढ़ाई में कुछ न आने के कारण उसके कक्षा वाले उसका मजाक उड़ाते थे जिसे देखकर उसके छोटे भाई को अच्छा नहीं लगता था।

राज और उसका छोटा भाई साथ साथ में स्कूल आते और साथ साथ में घर आते थे और राज घर आने के बाद खेलने चला जाता था।

एक दिन राज के घरवाले ने उसका एडमिशन दूसरे स्कूल में करा दिए थे जहा पर पढ़ाई अच्छी होती थी और वहा के शिक्षक स्टूडेंट्स के पढ़ाई में भी ध्यान देते थे।

जब राज को यह बात पता चली तब राज थोड़ा उदास था और वह दूसरे स्कूल में जाना नही चाहता था पर उसके ना चाहते हुए भी स्कूल जाना पड़ा।

जब वहा के स्टूडेंट्स को पता चला तब राज का मजाक उड़ाने लगे और उससे कहते थे कि पढ़ना सीख जाएं नही तो उसका भी ऐसा मजाक उड़ता रहेगा।

राज को उस स्कूल में लगभग ज्यादा समय हो गया था और उसके कोई भी दोस्त नहीं बने थे पर उसने कैसे भी करके एक दोस्त बना लिया था और उसके दोस्त ने अपने दोस्त से पहचान करवा दिया था।

राज के अब दो दोस्त बन गए थे और दोनो साथ में खेलते ,समय गुजारते थे। एक दिन उनकी कक्षा में हिंदी विषय की कक्षा चल रही थी और उनकी मैडम जी बारी बारी से उठाकर सबको पढ़ने बोल रही थीं तब राज थोड़ा डर गया था और उसके दोस्त ने उसकी हिम्मत बढ़ाई। राज ने देखा की सभी स्टूडेंट्स किस तरह से पढ़ रहे हैं और जब उसका नंबर आया तब उसने पढ़ने की कोशिश की ।

और जहा अटक रहा था तब उसके दोस्त ने बताएं और तब राज धीरे धीरे कोशिश करके ऐसा ही पढ़ता गया और पढ़ना सीख गया।

राज जब कक्षा 4 में पहुंचा तब उसने अंग्रेजी विषय पढ़ना शुरू किया और अंग्रेजी विषय में टेंस वॉइस नरेशन एप्लीकेशन ग्रामर आदि सीखते चला गया और उसकी अच्छी पकड़ बन गई।

राज अब गणित विषय पर भी ध्यान दे रहा था और धीरे धीरे एक एक गणित बनाते चला गया और उसकी गणित विषय में भी अच्छी पकड़ बन गई थी।

राज धीरे धीरे करके सभी विषय पर अच्छी पकड़ बना रहा था और वह पढ़ने में होशियार तेज होता जा रहा था और किसी भी स्टूडेंट्स को कोई डाउट होता तब राज की सहायता लेते थे।

राज धीरे धीरे करके सभी के डाउट्स क्लियर करता था अब राज अंग्रेजी बोलने की अंग्रेजी में बात करने की आदत डालता था और सब से अंग्रेजी में बोलता था।

राज अब बड़ी कक्षा में गया तब वह पढ़ाई में अधिक तेज होने के कारण उसका रिजल्ट भी अच्छा बनता गया और जब राज 11 में पहुंचा तब उसने गणित विषय का चयन किया और वहा के गणित विषय को पढ़कर गणित में अच्छा नंबर लाया। जब राज 12 वी पर पहुंचा तब वह पढ़ने के तरीकों को बदलकर सीखता रहा और राज 12 में 80 प्रतिशत बनाकर 25 हजार की राशि को प्राप्त किया।

राज बहुत खुश था 12 के प्रतिशत को देखकर और पढ़ाई में इतना तेज हो गया था की उसने 12 के बाद bsc गणित विषय से किया ।

राज bsc में गणित के अलावा फिजिक्स कैमिस्ट्री विषय भी पढ़ा और उन्हे स्ट्रॉन्ग किया।

राज अब वर्तमान समय में d el ed 2 year में है और शिक्षक बनने की तैयारी कर रहा है।

इस कहानी का तात्पर्य यही है की वक्त समय एक जैसा नही होता है वह बदलते रहता है वक्त वक्त की बात है कल किसी और का है आज किसी और का होगा। वक्त एक जैसा नही होता है।

कल राज पढ़ाई में गबडू था पर आज होशियार है कल राज के दोस्तो में कमी थी और आज सबके दोस्त बन गया है।

वक्त वक्त की बात है दोस्तो वक्त बदलते रहता है वक्त एक सा नही होता

राज का छोटा भैया अब वर्तमान समय में डॉक्टर की तैयारी कर रहा है क्योंकि वह पढ़ाई में अच्छा था।

Priyanshu choudhary

#प्रतियोगिता हेतु

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7 Comments

Rupesh Kumar

29-Jan-2024 09:05 PM

Nice one

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Madhumita

29-Jan-2024 08:57 PM

Very nice

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Khushbu

29-Jan-2024 05:32 PM

Nice one

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